प्रेम मुदित मन से कहो, राम राम राम। श्री राम राम राम।। कौशल पवैया kaushal pawaiya
13:34
मन चंचल चल रामशरण में, रामशरण में।। कौशल पवैया kaushal pawaiya
12:52
तुम आ जाना भगवान, मैं द्वार खोल कर बैठा हूँ, तुम आ जाना भगवान।। कौशल पवैया kaushal pawaiya
9:30
शाम सबेरे जपले बन्दे, एक माला हरि नाम की।। कौशल पवैया kaushal pawaiya
1:05:51
अमृतवाणी पाठ एवं भजन, श्रद्धांजलि सभा, 4 जनवरी 2024, उपासना मन्दिर, न्यू राजधानी एनक्लेव, न. दिल्ली
1:54
करता हूँ मैं वन्दना नत शिर बारम्बार 🌹🌹 प्रार्थना ( रोज़ करे ) श्री रामशरणम् 🌹🌹
10:48
ममता तू न गई मेरे मन तें॥ कौशल पवैया kaushal pawaiya
1:35:41
साप्ताहिक मंगलवारीय अमृतवाणी सत्संग, 7 जनवरी 2025, 11:30 से 1:00, सेक्टर-46, हाऊस न. A-137, नोयडा
12:25