"ज्ञान और अज्ञान के लक्षण" (अपरोक्षानुभूति भाग-10)

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माया और अविद्या का विवेचन। ("अपरोक्षानुभूति" भाग-9)

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साक्षी भाव और आत्मदर्शन। ("अपरोक्षानुभूति" भाग-8)

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मैं तो अचल है ,मन बदलता हैं मैं नहीं।मैं तो वृत्ति बदलने के कारण बदला हुआ प्रतीत होता है! सुनें

31:12
अष्टावक्र कौन थे? वो ऋषि जिसने जनक को मोक्ष का मार्ग दिखाया!

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हिन्दुओं के सर्वोच्च एवं सार्वभौम धर्मगुरु पुरी शंकराचार्यजी का IIT Kanpur में प्रवचन।

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शुद्ध चैयन और उपाधि का भेद। ("अपरोक्षानुभूति" भाग-7)

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हजारों वर्षों से छिपी यह ध्यान विधि - केवल 1% लोग ही जानते हैं!

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