गोंड़वाना के राज करैया बैठे मूंड़ नंवांये। गीत रचना-श्रवण सिंह मरकाम। स्वर-प्रेमशाह मरावी गोंड़वानी

19:57

मोर पड़रिया गांव के देवी दौता सबला जोहार लागव।सुमरनी गीत।प्रेमशाह मरावी।Prem Shah Maravi Geet

2:22:40

Uzak Şehir 9. Bölüm

29:13

हीरा खान क्षत्तरी भाग-1|प्रेम शाह मरावी।।संग्राम शाह मरावी|Heera Khan Kshatri Story

34:34

दलित का ठप्पा माथे पर लगा है; मैं ये धर्म ही छोड़ दूँगा || आचार्य प्रशांत (2024)

30:03

पठारी गीत। किंगरी बाना पेन(देव) जगौनी गीत। प्रेम शाह मरावी गोंड़वानी सुर लहरीprem shah maravi. भाग-2

10:52

गोंडवाना रत्न दादा हीरा सिंह मरकाम !! Gondwana ratn dada heera Singh markam !!(स्वर- लखन शाह मरावी )

8:41

डोकरा औ डोकरी होई गये कुत्ता के समान। यूँ ही बैठे बैठे पुराना गीत। साथियों के साथ। प्रेम शाह मरावी।

25:15

आदि शक्ति किसे कहते हैं/ दुर्गा जी को आदि शक्ति नहीं बोलते हैं/ आदिवासी मूर्ति की पूजा नहीं करते हैं