गोंड़वाना के राज करैया बैठे मूंड़ नंवांये। गीत रचना-श्रवण सिंह मरकाम। स्वर-प्रेमशाह मरावी गोंड़वानी
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मोर पड़रिया गांव के देवी दौता सबला जोहार लागव।सुमरनी गीत।प्रेमशाह मरावी।Prem Shah Maravi Geet
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Uzak Şehir 9. Bölüm
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हीरा खान क्षत्तरी भाग-1|प्रेम शाह मरावी।।संग्राम शाह मरावी|Heera Khan Kshatri Story
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दलित का ठप्पा माथे पर लगा है; मैं ये धर्म ही छोड़ दूँगा || आचार्य प्रशांत (2024)
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पठारी गीत। किंगरी बाना पेन(देव) जगौनी गीत। प्रेम शाह मरावी गोंड़वानी सुर लहरीprem shah maravi. भाग-2
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गोंडवाना रत्न दादा हीरा सिंह मरकाम !! Gondwana ratn dada heera Singh markam !!(स्वर- लखन शाह मरावी )
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डोकरा औ डोकरी होई गये कुत्ता के समान। यूँ ही बैठे बैठे पुराना गीत। साथियों के साथ। प्रेम शाह मरावी।
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