अब जाना हैं अब जाना हैं प्रीतम रूप पिछाना है डॉ रवि प्रकाश. रायपुर सत्संग
22:17
कल्पना काल है तेरा श्री देवराज साद जी बावली. रायपुर सत्संग
15:06
नर तन अमूल्य जीवन. श्री मामचंद जी की 19वी बरसीं के उपलक्ष्य में. मलैडी सत्संग
11:10
मनवा नहीं विचारी रे .रायपुर सत्संग
13:58
सतगुरु तो तेरे घट में बैठा क्यों भटकता बाहर फिरे. रायपुर सत्संग
12:41
मेरे सद्गुरु दीन दयाल ने बिगड़ी में साहा ई करी है. श्री मिंटू साद जी. रायपुर सत्संग
11:47
अपने आप को जान ले क्यों भ्रमित है यार तू. रायपुर सत्संग
9:59
भगती के घर दूर बावरे .रायपुर सत्संग
15:01