170) एक निरन्जन काल है एक निरन्जन नाम ।। कहत कबीर सुनो भाइ साधो ।।

28:21

171) त्रिकुटि के नाम पर कालदूतों की साजिश जरूर पह्चानें ।। कहत कबीर सुनो भाई साधो नितिन दास ।।

37:46

181) अनुभव ज्ञान के बिना सब ज्ञान अज्ञान है । कहत कबीर सुनो भाई साधो ।।

41:44

सूरत स्थिर क्यों नहीं होती ||सूरत को शब्द में कैसे लगाया जाता है √क्या सारशब्द ही निज घर है#Nitin ji

32:53

कर्म कैसे बनते है ? और कैसे कटते है 🤔कर्मो का खेल क्या है || नितिन दास सत्संग 🙏#nitindas #moolgyan

46:35

169) कहाँ और कैसा है मुक्ति द्वार ।। कहत कबीर सुनो भाई साधो नितिन दास ।।

36:48

172) निहक्षर है रूप हमारा ,नास्त्रेदमस की भविश्यवाणी में दोनो अलिफ का भेद ।।कहत कबीर सुनो भाई साधो ।

17:57

आत्मा परमात्मा एक कैसे है । शब्द कौन है कबीर कौन है । नितिन दास सुंदर विवरण

51:52

202) नाम लेने के बाद भी आखिर सुरत स्थिर क्यों नही होती ।। आइये जानें ।। कहत कबीर सुनो भाई साधो ।।