सो रही थी मैं तो खोल के किबार बेदर्दी दगा देकर चले गए क्रांति माला एवं लालचंद के जवाबी कीर्तन
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जवाबी कीर्तन में जबरदस्त गीत शशि राज कमल vs क्रांति माला अफसाना लिख रही जरूर सुनें
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अंधा था शासक और अंधी #प्रशासन थी | क्रांति माला जी | रणजीत राज जी | जवाबी कीर्तन | रायबरेली | भाग- 3
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खन्ना सिंह की नौटंकी: सो रही थी खोल के किवाड़ (धमाकेदार नौटंकी लोक गीत)#nautanki Latest Nautanki
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भाग, 6, #सचदेवा शरारती (हमने सोच रक्खा था) ये जो आँखे शर्म से झुक जायेगी (जवाबी) #रोशनी अंजान
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शास्त्री रेखा यादव की आवाज में//बहुत सुंदर ध्रुव लीला//
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देहाती किस्सा | घर का विनास | Kissa | काल्पनिक कहानी | उदयराज चैतन्य की आवाज में सुने
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कितने सावन बीत गए /भाग4/ jawabi kirtan क्रांति माला जी & शशि राज कमल जी 28/2/2021 रेड्रर जालोन
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