शुद्ध देशी भजन ।। नरसी जी कृष्ण भजन ।। पौराणिक रचना ।। स्वर रमेश दाधीच ।।
13:31
राग दरबारी।। पिया मिलन के काज आज जोगन बन जाऊंगी ।। ब्रमानंद जी की शानदार रचना ।।स्वर रमेश दाधीच।।
12:46
गणेश वंदना ।। ये होते है भजन ।। ऐसी वंदना से भजन संध्या सफल होती है ।। गायक रमेश दाधीच ।
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सिर से सारी जो मेरी उतर जायेगी-कान्हा राव ।। Sir Se Sari Jo Meri Utar Jayegi-Kanha Rao ।। #bhajan
13:48
एक न मानी रेअभिमानी। अज्ञानी लासानी मेरी एक ना मानी। पक्की राग बागेश्वरी।। बिशन लाल जी यादव।।।
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सत्संग की महिमा ।। पड़ा सत्संग का दरिया नहालो जिसका जी चाहे ।। गायक रमेश दाधीच ।
22:57
राम तेरे नाम का मुझको आधार है!! गायक सुवाराम जी महाराज !! इस भजन के अर्थ को बहुत ही जोरदार अर्थया
13:18
#sangliya_dhuni Ke Bhajan || चोरासी की नींद मैं सतगुरु आके जगा दिया || रमेश शर्मा के द्वारा अद्भुत
9:33