रुक्मणी मंगल !! सावन री बड़ी तीज सहेली !! फाल्गुन मेले पर सुने जुगलबंदी में बहुत ही पुराना भजन !!

12:06

कौन पराछत कियो मेरी मैया,जाँ से वर शिशपालो आयो ॥ रूक्मणी मंगल संवाद का प्राचीन भजन॥

21:46

सावन की तीज पर स्पेशल " रूक्मणी मंगल " आचार्य स्वामी रामाचार्य जी महाराज

14:54

विष्णु विष्णु तूँ भणरे प्राणी,बोल सदा सच मीठी वाणी॥29 नियमों का सबसे प्यारा भजन॥स्वामी सच्चिदानंद जी

15:15

किस कारण जोग लिया रे,सुण गोपीचंद मेरा बीर ॥ चन्द्रावल गोपीचंद संवाद का बहुत ही प्यारा भजन॥

34:22

जम्भसरोवर धाम की साखी 72 लाईन की जुगलबंदी हनुमान जी धायल व रामस्वरूप जी खीचड़ बहुत ही मधुर साखी,🙏, 🚩

17:46

सावन री बड़ी तीज सहेलियां । रुकमणी मंगल । जुगलबंदी संत राजूराम और अरविंद खिलेरी ।savn ri badi tij ।

10:53

थे ही हो गंगा रा वासी गंगा नहाए घर आया,आचार्य रामचार्य the hi ho Ganga ra vasi ganga nhaya ghar aaya

20:10

॥सावण री बड़ी तीज सहेलियाँ ॥जसुदास वैष्णव पल्ली ॥उसी अन्दाज़ में फिर एक बार ॥