मीरा मेंड़तो गढ़ दुदा जी रो मत लजावे। पारस जी सैन देवरिया !!
12:17
सतगुरू जी महाराज मोपे, स्याही रंग डाला // बिलकुल नई गुरुवंदना // एक बार जरूर सुने ।।
20:30
थारी लंका सुनी हो गई रे कटे गयो कांत!! युवराज वैष्णव!Yuvraj Vaishnav!! Kathe Gayo Kanth!! Chavndiya
11:35
गुरुसा म्हारो अब के जनम सुधारो ( महेंद्र सिंह राठौड़ )
57:29
Prahlad Singh Tipanya Sings Kabir (Part 1)
11:39
हंस हंस मीठो जग में बोलणो।। गायक - सम्पत जी मुआना
10:31
thari lanka suni ho gai re kthe pragya kanth
34:33
||चेला झुठो रे कुठूम परिवार दुनिया मतलब की||पप्पू वैष्णव|Pappu Vaishanav|Rajasthani Live Bhajan||
13:04