जीवन के निकृष्टतम अनुभव मैं देह हूँ के भ्रम को कैसे दूर किया जाए ? कौन हैं हम ? जानने के लिए सुनें

1:10:27

कालातीत सत्य का बोध होने पर मन की अवस्थाएँ एवं अनुभव कैसे बदल जाते हैं ? सुनें दिव्य उद्बोधन

1:02:42

कैसे शुरू की जाए देहोहम् से शिवोहम् की यात्रा ? सुनें दिव्य उद्बोधन युगपुरुष स्वामी परमानंद जी से

59:13

"तुरीय की महिमा" पूज्य गुरुदेव द्वारा माण्डूक्य उपनिषद पर दिए गए प्रवचन (भाग-6)

48:11

क्यूँ शंकराचार्य जी ने लिखा कि हम मनुष्य नहीं हैं ?

1:03:51

अन्योन्याध्यास ही बंधन है ! पूज्य गुरुदेव द्वारा "विवेक चूड़ामणि" पर दिए गए प्रवचन का(भाग-7)

1:02:50

जीव कल नहीं रहेगा ये सब जानते हैं ,पर जीव ही सर्वदा रहेगा ये सत्य जानना है!! सुनें दिव्य उद्बोधन

50:13

What is art of living ? क्या है जीवन जीने की कला ? सुनें दिव्य उद्बोधन स्वामी परमानन्द गिरी जीद्वारा

1:01:07

आत्मज्ञान के बिना मुक्ति नहीं मिलेगी! पूज्य गुरुदेव द्वारा विवेक चूड़ामणि पर दिए गए प्रवचन का(भाग-3)