जाटों का गीत( कवि भीमाराम ढाढी)
13:56
ओ वक्त बह गया बातों गई बीचर । बैठा चार चतुर कदिक अवलो आवसी । दिन गया दिसता रुपाली गई राता करता बैठा
6:48
जाटों की महीमा (बाड़मेर जैसलमेर)
6:48
*गणेश वंदना व बाङमेर बाढ वरणाव कवि भोपाराम ढाढी कवास*
3:37
सबरी भीलणी का बोर खाया है श्री राम ने एक बार जरूर सुने और सेनल को सब्सक्राइब करना ना भूले अगे शेहर
2:51
मालाणी गा जाट बखाणु, आवाज-कवि आईदानराम सारला श्री किसान शोध संस्थान बाडमेर
4:33
कौन है आसोप के जूने जागीरदार | किसे कहा जाता है जूना जागीरदार | History of Asop
18:21
सुगनो री बात । सुगन चिड़ी, डेडरियो, साप और सिंह । पुराने जमाने री बुढियो री बातों । Khaskar Marwadi
9:31