गुरुदेव को उनकी मांग अच्छी नहीं लगी थी उनसे कुछ ले लेना ठीक नहीं कुछ दिनों के बाद जब वे सज्जन गुरु

11:27

केवल शिवरात्रि के अवसर पर मेले में बहुत लोग वहां आकर निवास करते हैं मेरे पिता जी की इच्छा थी कि आप

13:31

वहां अचानक हैजा की बीमारी फैल गई वह सोचने लगा कि मेरे परिवार में कोई नही बचा घर में संपत्ति भी नहीं

12:33

इनकी छाती फटी जा रही थी किंतु कोई चारा नहीं था गुरुदेव कमरे से इनका नाम लेकर पुकारने लगे गुरुदेव के

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आश्रम में एक दिन मैं बरामदे में बैठकर रोटी सब्जी खा रहा था एक छोटी मरी हुई मछली थी गुरुदेव की बात

20:07

महर्षि मेंही प्रबचन : गुरु कैसे होते है , Maharshi Mehi Prabachan @satsangmahima6288

11:10

कई महीनों के बाद वहां से उत्तर आया मैने तुमको क्षमा कर दिया है आप कुछ दिन सत्संग कर वापस लौट आए

28:21

sadguru maharshi mehi gyan Sagar is live

26:04

Santmat satsang