दिव्य लेखिनी - 44 - मंत्र का रहस्य

16:20

आराधना के शुरूआती दिनों मे ऐसे किया मैंने नामजप

9:45

गुरुदेव सच्चे हैँ, बस यही मेरे लिए काफ़ी था | बिटिया बीमारी से चली गई, फिर भी गुरु मे विश्वास कम नहीं

9:34

गुरुदेव ने समस्या का समाधान किया एवं स्वप्न मे दर्शन दिए

5:10

मानसिक जाप मे उच्चारण का महत्त्व नहीं - गुरुदेव सियाग

8:21

शब्दों के एक पुंज में ऐसी विचित्र सामर्थ और शक्ति होती है? उसकी मुझे कल्पना भी नहीं थी? गुरु सियाग

6:23

मुझे यह आज तक आश्चर्य होता है की वो कागजात ऊपर कमरे मे गए कैसे? नामजप से जीवन की हर समस्या का हल

8:30

गुरुदेव ने खोया हुआ चश्मा मिलाया | बेटे को पहली बार मे ही दिव्य अनुभव हुए

5:41

दिव्य लेखिनी - 52- नारी जाती के चेतन हुए बिना संसार मे शांति असंभव है