बादल को घिरते देखा है- बाबा नागार्जुन
1:51:00
अंधा युग - धर्मवीर भारती
1:28:20
आधे अधूरे - मोहन राकेश
1:30:41
निराला के पत्र - आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री
41:18
कालिदास -बाबा नागार्जुन
1:25:05
संघ लोक सेवा आयोग एवं राज्य लोक सेवा आयोग (
1:29:39
शमशेर बहादुर सिंह और उनकी प्रसिद्ध कविताएँ(भारत की आरती, एक पीली शाम और निराला के प्रति )
30:17
हजार हजार बाहों वाली शिशिर
1:13:11