अकेली हूँ, जीवन में साथी की कमी चुभती है || आचार्य प्रशांत (2024)
26:03
बचपन की यादें और भविष्य के सपने || आचार्य प्रशांत (2024)
49:25
भैया जी का भोकाल! || आचार्य प्रशांत (2024)
29:59
काँवड़ यात्रा - कहाँ से चली थी, कहाँ को जा रही? || आचार्य प्रशांत, वेदांत महोत्सव (2022)
42:00
ज़िंदगी झेलने के लिए नहीं, खेलने के लिए है || आचार्य प्रशांत (2024)
24:03
कॉमेडी हो तो ऐसी || आचार्य प्रशांत (2024)
1:24:47
यह एक चीज़ बदलें, जीवन खुद बदल जाएगा || आचार्य प्रशांत, कठ उपनिषद् पर (2024)
45:53
ऐसे दूर होगा अकेलापन || आचार्य प्रशांत, वेदांत महोत्सव (2022)
41:15