आठों पोर एक डंको बाजे तू स्वासो स्वास की कर गिनती!! स्वर सन्त श्री जसुदासजी महाराज//

10:10

जाग जाग गणपत देवा लम्बी सुंड रखवाला वाला , स्वर संत श्री जसुदासजी महाराज!

8:53

लख चौरासी में गणों दुःख पायो घर घर पशु अवतारों//स्वर सन्त श्री जसूदासजी महाराज ##

20:05

देवी देवता पीर औलिया ईया तो मैं उपाओ नही कोई देव मनावा!! स्वर सन्त श्री जसुदासजी महाराज

11:12

आठों पोर एक डंको बाजे अर्थ वाणी//स्वर सन्त श्री जसुदासजी महाराज!!

7:08

शब्द चाल बहुरंगी अगम निगम बाणी देव हैला #चैनल जग्गू दास कटवाड़ा # पहले सुणो फिर गुणों

27:17

देवाराम भिडासरी के चेतावनी भजन।। बहुत ही सुन्दर।। DRB CHANNEL ।।

7:18

तनडो त्यागी मनडो बैरागी सुरता साईब सु लागी !! स्वर सन्त श्री जसूदासजी महाराज//

18:00

व्यास जी द्वारा रामायण की वन्दना की प्रस्तुति बहुत सुंदर और मधुर आवाज में।