ऊधो ! हम अजान मति भोरी! udho hum azan mati bhori
22:00
ऊधो ! तुम अति चतुर सुजान।udho tum ati chatur sujan
17:05
व्याख्या ! सूरदास ! भ्रमरगीत ! ऊधो बेगि मधुवन जाहुँ
17:39
श्रीमद्भगवत् गीता -अध्याय 6 : श्लोक 29 से 39 तक - चंचल मन को वश में करने का उपाय Geeta chapter 6
15:41
कवितावली। व्याख्या। अवधेस के द्वारे सकारे गई।avadhes ke dwaare sakare
9:19
मोरपखा सिर ऊपर......अधरा न धरौंगी।raskhan। raskhan rachnavali। moroakha sir uper।
25:55
बहुत ही अद्भुत प्रसंग _गरुड़ जी और कौवा महाराज का सत्संग सुनते ही दिमाग में बैठ जाएगा
31:36
स्वामी राजेश्वरानंद जी महराज प्रवचन । हास्य कथा। राम कथा। Swami Rajeshwaranad Ji Maharaj
1:30:44