श्री जागरण-उत्सव के पद (भाग-1)
1:15:46
श्री जागरण-उत्सव के पद (भाग-2)
1:53:23
“सहेली” मेरो लालबिहारी ऐसौ रगमग्यौ (जै) श्रीवृंदावन कौ री चंद।
43:31
श्री केलिमाल जी का भावार्थ // पद- संख्या - 14 ( राधे चलि री हरि बोलत कोकिला अलापत ) // भाग-1
12:08
जावक जुत जुग चरण लली के
14:46
ठाकुर श्री राधा हँसन बिहारी जी महाराज अद्भुत समाज गायन श्री हरिदास जटेरी धाम 🙏🙏🙏🙏
3:02
" अहो प्रेम उपजै केहि भांति, रसिकन संग फिरहुँ दिन राति "
7:33
श्रिंग़ार को पद //(सोंधे न्हाई बैठी) shringar ke pad Gorelal kunj me gate hue sant rasik #premsaheli
18:02