पाठ - 18 || चाहते ही गये हमेशा, और चाहतों से बर्बाद हुए by आचार्य प्रशांत (2024)
15:38
पाठ - 17 || भोग-प्रौद्योगिकी, महाविनाश by आचार्य प्रशांत (2024)
9:08
पाठ - 25 || इंसान की सारी समस्याओं के दो कारण by आचार्य प्रशांत (2024)
19:05
पाठ - 2 || महिलाएँ अपनी पढ़ाई और नौकरी देखें या घर-गृहस्थी? || स्त्री by आचार्य प्रशांत (2025)
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अरे! अपनी जिंदगी में भीतरी स्वतंत्रता को प्रवेश तो करने दो, या ऐसे ही जीना है! @ShriPrashant
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2025: विनाशाची अशी त्सुनामी याआधी कधीच पाहिली नसेल! || आचार्य प्रशांत
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पाठ - 29 || ऐसे लोगों को अपना आदर्श बना लिया? by आचार्य प्रशांत (2024)
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पाठ - 4 || नारी देह है आपकी, पर नारी नहीं हैं आप || स्त्री by आचार्य प्रशांत (2025)
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