कालातीत सत्य का बोध होने पर मन की अवस्थाएँ एवं अनुभव कैसे बदल जाते हैं ? सुनें दिव्य उद्बोधन
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आत्मा और ब्रह्म एक ही हैं इस अनुभूति के बिना मुक्ति हज़ारों वर्षों में भी सम्भव नहीं है ।
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जिसको काल भी न खा सके वही साक्षी है अर्थात् साक्षी ही शिव है !! सुनें दिव्य उद्बोधन
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चैतन्यता का अनुभव कैसे करें ?
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"तुरीय की महिमा" पूज्य गुरुदेव द्वारा माण्डूक्य उपनिषद पर दिए गए प्रवचन (भाग-6)
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आवरण शक्ति और विक्षेप शक्ति क्या है? पूज्य गुरुदेव द्वारा "विवेक चूड़ामणि पर दिए गए प्रवचन का(भाग-1)
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क्यूँ नहीं होता नींद में जन्म मृत्य का भय ? क्या है आत्मा का रहस्य ? सुनें दिव्य उद्बोधन
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Paramanand Giriji Maharaj: Parvachan
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