तत्त्वचिंतन || डॉ. हुकमचंद भारिल्ल जी || स्वर: डॉ.गौरव एवं दीपशिखा जैन सोगानी || Tattva Chintan

58:12

क्रमनियमित पर्याय || Dr. Hukamchand Bharill || Dr. Gaurav & Deepshikha Sogani || Kramniymit Paryay

39:09

शुद्धात्म शतक | डॉ. हुकमचंदजी भारिल्ल द्वारा कृत स्वर - डॉ. गौरव जैन सौगानी एवं दीपशिखा जैन सौगानी

37:51

सम्पूर्ण पूजन पाठ || Sampoorn Poojan Paath | (देव-शास्त्र-गुरु) जैन पूजन

58:13

क्रमनियमित पर्याय।kram niyamit paryay।जैन आध्यात्मिक सिद्धांत।dr. hukum chand bharill ji।

22:28

''समाधि का सार'' डॉ. हुकमचंदजी भारिल्ल स्वर - डॉ. गौरव जैन सौगानी एवं श्रीमती दीपशिखा जैन सौगानी

1:01:52

रोला शतक(एकत्व विभक्त आत्मा) डॉ. हुकमचंदजी भारिल्ल || स्वर - डॉ. गौरव एवं श्रीमती दीपशिखा जैन सौगानी

1:06:03

अन्तर्ध्वनि द्वितीय पुष्प - पण्डित संजीव जैन दिल्ली

41:34

Samadhi Maran Path : समाधिमरण पाठ : कवि पंडित सूरचंदजी कृत : Dr Gaurav & Deepshikha Sogani