सुरता ला राखे रैहे मोर बघेलिन ओ मोर दाई। प्रेम शाह मरावी गोंड़वानी सुर लहरी गीत। जस गीत।

9:56

हीरा सुका लोहागढ़ मा किंगरी बजावै रे। प्रेम शाह मरावी गोंड़वानी सुर लहरी गीत। prem Shah maravi.

10:20

माता दाई (देवी) गीत। प्रेम शाह मरावी गोंड़वानी सुर लहरी। कैसे के दर्शन पाऊँ।

12:04

गायक। संतोष धुर्वे।। कलकत्ता के कली रे।। देवी जश गीत।। Santosh dhurve__ Gondwana geet✓ संतोष धुर्वे

16:12

🥀 सेवा जौहारनी गीत 🙏 ll दादा तिरु. प्रेम शाह मरावी ll ग्राम बजाकुंड // mulnivasi markam 750

9:09

गोंड़वाना के राज करैया बैठे मूंड़ नंवांये। गीत रचना-श्रवण सिंह मरकाम। स्वर-प्रेमशाह मरावी गोंड़वानी

13:20

Mor Siyan Tor Gali

13:01

अकेले बैठे बैठे यूँ ही गुनगुनाते हुए पुरानी यादें। प्रेम शाह मरावी गोंड़वानी सुर लहरी।

12:15

सुमरनी_ हो रही हो खैरो दाई।। हृदय शाह मरावी।। नया गीत।। सुमरनी ।। हृदयशाह मरावी।। सुमरनी गीत।।