स्त्री के लिए जरूरी है कि वह अपनी शक्ति को प्रज्ज्वलित करें।|| Shri Mataji Speech

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ध्यान करने का सही समय क्या है?|| Shri Mataji Speech

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मन के विचारों और अंहकार को बढ़ने से कैसे रोके।। और निर्वाचार कैसे रहें।। shree Mataji Speech

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जागृति पाई है तो उसे जगत में फैलाना होगा || Shri Mataji Speech

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177.शिव प्रेम के महासागर हैं 14.02.1999 Delhi | Hindi Speech Mata Ji Shri Nirmala Devi Ji

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इस संसार में इससे बड़ा पाप और कोई नहीं। अमृतवाणी 1975, परम पूज्य श्री माताजी निर्मला देवी।

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सहजयोग मे प्रेम और शक्ति दोनो प्रबल है || Shri Mataji Speech

19:20
अगर परमात्मा का चित्त वहाँ है और आप जाकर उस मूर्ति के सामने || Shri Mataji Speech

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