ॠषि उदालक (बातपोश) :- पहले पुत्र फिर पत्नी आने का वरदान, लाभूसिंह राजपुरोहित लंगेरा बाड़मेर
23:27
वाह! राजा वीर विक्रमादित्य, देवराज इन्द्र का भी दुख काटा | राजस्थानी बातपोश
17:47
रामायण माला के मणके - स्वर - श्री लाभूसिंह जी राजपुरोहित , लंगेरा, बाड़मेर
16:27
आभल और खींवजी की रहस्यमयी प्रेमगाथा || ऐतिहासिक बातपोश (कथा) || दीपसिंह भाटी
12:36
धीरजसिंह का भूत और चारण हरसूर जी (रोचक बातपोश) - स्वर - दीपसिंह भाटी पनराजपुरा (रणधा) जैसलमेर I
20:28
जूनागढ़ का राव नवघण और अहिर धर्मबहिन || ऐतिहासिक बातपोश ||स्वर- दीपसिंह भाटी पनराजपुरा (रणधा) जैसलमेर
12:53
जैसलमेर रा राजा जवाहर सिंह री बात || स्वर -ठाकर रूप सिंह भाटी पोहड़ा|| मारवाड़ी बात पोश ||
15:29
उदार राजा, दुष्ट नाई और रहस्यमयी नट-विद्या री बात
11:53