मसको मिनख मरावै !!! उदजी ईन्दा रो सूरापणो
11:02
जद रांगड़ ईंदो सिखरो भूत सूं भिड़ग्यो !
15:14
ऐक ऐड़ो राजा जिको पिता रे पेट सूं जलम्यो
11:34
जद वीर सेतराम नै पिताजी दीधौ अमल रो मस्कौ !
19:40
इण वीर रो शीश कटग्यो पण धड़ लड़तो रह्यो !! (डूंगरपीर और चाहड़ दे)
14:21
दीप सिंह जी भाटी ने नशा मुक्त शादी विवाह करने हेतु अपनी वाणी में इस तरह समझाया ,एक बार पूरा सुने
17:24
राव खंगार और सोरठ री रहस्यमयी प्रेमगाथा
24:00
झणकली री चारणी सगती शीलां मां रो जमर
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