मन को निर्विषय बनाओ, परमात्मा का साक्षात दर्शन पाओ ll अमृत बिन्दु उपनिषद्- 2 ll AmritBindu Upanishad
58:32
तुम्हारी अंतरात्मा ही भगवान वासुदेव है ll अमृत बिन्दु उपनिषद् - 22 ll You Are essentially God
59:17
तुम्हारा ' मै- मै' ही प्रत्यगात्मा है ; प्रत्यगात्मा ही परमात्मा है ll Vivekachudamani- 217
51:23
Mezopotamya - Sümerler
1:01:37
गायत्री मंत्र का ऐसा प्रयोग करने से होंगे सभी पाप नष्ट ! ( भर्गो देवस्य धीमहि पद की व्याख्या )
27:39
शरीर के भीतर का मैल कैसे छूटेगा ? || महर्षि संतसेवी बाबा का अद्भुत प्रवचन || AN SANTMAT
58:40
मन के विलीन होते ही जगत विलीन एवं ब्रह्म प्रकट हो जाता है ll Vivekachudamani- 407ll S. Sacchidananda
30:03
Evren Neyden Oluşur?
43:18