यह नात बहुत पुरानी है मगर आज भी सुनने पर सुकून मिलता हैमोहम्मद की उल्फत बड़ी चीज है जहीर मियां

29:56

तू ही जाने मौला तेरे राज क्या है ए खुदा बेहतर है कि तू परदे में है हाथ आए तो तुझे भी बेच देतेJAHEER

33:21

जाहिर मियां का जवाब नहीं यह नात सुनकर लोग हुए दीवाने सल्ले अला मुहम्मद NAAT

26:11

इस कलम को जितने बार सुने उतने बार काम है Roshan Hussain se charagah Auliya हाजी टिम्मू गुलफामकव्वाल

12:58

मेरी सहाय करो बनवारी ( द्रोपदी की अरदास) गायक - अजीम जी, गोपाल जी सूपका, ढोलक वादन - निरंजन जी

17:11

Apne Maula ke dilo Jaan per qurbaan hu mei by shahideen Sabri Sufi sufiyana Kalam Qawwali

14:48

सभी केजरीवाल को ललकारा/Dr.Kaifi/Fakhruddin Ansari/Rais Ahmed/Master Imran/Sabhi Chawania/Wahid Ali

32:33

कब से पहन कर बैठी हूं मैं ख्वाजा चिश्तिया रंग ख्वाजाजी महाराज जी आओ मारेअंगना शाहिद नूर कव्वालसिवानी

10:57

सुकून देने वाला कलाम जो आपने नहीं सुना होगा अपने पीरो मुर्शीद के लिए हाजी मुकर्रम वारसी कव्वालभोपाल