सोच समझ कर चाल मुसाफिर दो दिन का मेहमान ।। गायक : नारायण जी प्रजापति खोरंडी ।।
17:12
नर भज ले सीताराम काया थारी माटी कि।। गायक : नारायण जी प्रजापति खोरंडी।।
17:15
सोरठ भजन ।। सुमिरन कर ले राम नाम ।। Rajasthani Classical Bhajan Suresh Ji Rav
16:31
राघव नैया हमारी मझधार पड़ी।। शानदार रचना ।। पहली बार सुनेगे ये भजन ।।स्वर रमेश दाधीच।।
16:36
हरि का नाम सुमिर सुखधाम, बहुत ही भावपूर्ण और सादगीभरा चेतावनी भजन।
9:52
भगवान साची कहो ना बिचारी है क्या केवट का भजन
16:27
हँसा वाणी||हँसा निकल गया काया से सुनी पड़ी रही तस्वीर||स्वर-सुनील पटेल हरि पटेल व साथी।।Kabir Bhajan
19:38
गायकी + ढोलक = आनंद ♥️ ( भावपूर्ण भजन ) श्याम जी राव।।सलमान बाजवास ढोलक।Rajasthani Classical Bhajan
9:53