MEGHNAD (EXCLUSIVE RAJASTHANI POETRY) SHANKAR SINGH RAJPUROHIT/POET : GIRDHARI SINGH PADIHAR BIKANER
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पुरु (पौरस) क्रांतिकारी कविता। कवि : गिरधारीसिंह पड़िहार बीकानेर। उगेर : शंकरसिंह राजपुरोहित आऊवा
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महाभारत / कौरव पाण्डव । गायक - नैनाराम । Mahabharat / Kaurav Pandav (Jukebox)
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John O'Donohue — The Inner Landscape of Beauty
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कवि कानदान कल्पित(मरूधर मारो देश), Kavi Kandan Kalpit- Marudhar Maro Desh
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दारू रा दुरगुण (आसव-औगण) काव्यपाठ द्वारा डॉ. गजादान चारण 'शक्तिसुत' नाथूसर
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gora badal / गोरा - बादल / पद्मावती / नरेंद्र मिश्र / Hindi poetry / Dr kumar vishwas
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जागती जोतां(डुंगजी ज्वारजी) कवि गिरधारी सिंह पड़िहार री लिखोड़ी कविता | स्वरः शिवपाल सिंह पड़िहार ।
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