भवसागर ऊडो घणो प्यासो ना जाई गिवार ।। श्री राजू नाथ जी ।।
13:45
सतगुरु सुम्पया तन माल रे खजाना पहरेदार रैणा भाई ।। श्री राजू नाथ जी महाराज ।।
7:26
मारु मेरी ममता जरणा ने जारूंगा तज दयूगा प्राण में साहेब न ध्यायूला ।। Rajunath ji ।।
24:35
पुरुष विदैही खेले आंगड़े है हे हैल्ली //श्री राजू नाथ जी//
17:12
भजन वाणी।। श्री राजुनाथ जी।। सत्संग भजन।। राजस्थानी मारवाड़ी भजन वाणी।। निर्गुणी भजन संध्या
4:26
ॐ कोई जन इस विद होत बैरागी // महाराज श्री राजू नाथ जी // ॐ
15:40
वाणी:-प्रेम का मार्ग बंका घोड़गा लागह डंका,सिंगर श्री राजू नाथ जी महाराज,satsang bhajan bani,Rajuji
27:45
राणी रूपादे की वैल भजन पार्ट 1
21:22